विपणन लिंक
पिछड़े वर्गों की एक बड़ी संख्या कारीगर और हस्तशिल्प व्यक्ति हैं। लक्षित वर्ग पारंपरिक कार्यों से जुड़ा है। बाजार की बदलती मांग को ध्यान में रखते हुए, निगम इस वर्ग के उत्पादों में नई तकनीक और गुणवत्ता का विस्तार करने के लिए लगातार विभिन्न तरीकों से मदद कर रहा है ताकि उत्पाद प्रतिस्पर्धा की कसौटी पर खरे उतर सकें और लाभार्थी लाभ कमा सकें। कुछ लाभार्थी जिनके उत्पाद दैनिक जीवन में उपयोगी हैं, उत्कृष्ट गुणवत्ता और नवीन हैं, निगम उन्हें विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मंचों जैसे- IITF, नई दिल्ली, सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला, फरीदाबाद, हरियाणा, दिल्ली हाट, नई दिल्ली और राज्य द्वारा आयोजित मेलों और प्रदर्शनियों में अवसर तथा उनमें निःशुल्क स्टॉल प्रदान करता है । निगम पिछले दो दशकों से अधिक समय से लाभार्थियों को विपणन सहायता प्रदान कर रहा है और अब तक महानगरों के इन बड़े बाजारों में विभिन्न राज्यों के लगभग पांच हजार लाभार्थियों को अवसर प्रदान कर चुका है।